Kahala yog : काहल योग


काहल योग 

लग्नेश बलवान हो, सुखेश और गुरु परस्पर  केंद्र में हो, सुखेश और कर्मेश एक साथ होकर अपने उच्च,  स्वराशि में हो तो दोनों तरह के काहल नामक योग बनते हैं। इस योग में जन्म लेने वाला जातक तेजस्वी, साहसी, धूर्त, चतुर, बाली और कुछ गांव का अधिपति होता है।

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